गो-ग्राम यात्रा का मंगल प्रवेश कल
अलवर. विश्व मंगल गो-ग्राम केंद्रीय यात्रा का सोमवार को अलवर प्रवेश के दौरान भव्य स्वागत किया जाएगा। सोमवार शाम हैप्पी सीनियर सैकंडरी स्कूल के मैदान में जगद्गुरु शंकराचार्य श्रीराघेश्वर भारती स्वामी प्रवचन देंगे। गोरक्षा का संकल्प दिलवाया जाएगा। दुपहिया वाहन रैली निकाली जाएगी और महिलाएं कलश यात्रा निकालेंगी। यात्रा के जिला संयोजक अशोक कुमार गुप्ता ने शनिवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह महज एक यात्रा नहीं है बल्कि सनातन संस्कृति को बचाने और उसकी पुनस्र्थापना के लिए एक संघर्ष व संकल्प है। इस संकल्प में हर भारतीय की भागीदारी जरूरी हैै।
गो-ग्राम यात्रा के कार्यक्रम प्रमुख बाबूलाल शर्मा ने बताया कि यात्रा के अलवर शहर में प्रवेश के समय सोमवार शाम काला कुआं, शिवाजी पार्क, लादिया का मैदान व बख्तल की चौकी से रवाना हुई चार अलग-अलग दुपहिया वाहन रैलियां बिजली घर चौराहे पर पहुंचेंगी, जहां से यात्रा को दुपहिया वाहन रैली के साथ हैप्पी स्कूल के ग्राउंड तक लाया जाएगा। इस बीच महिलाएं अट्टा मंदिर से कलश यात्रा शुरू करेंगी। कलश यात्रा का समापन जगद्गुरु के प्रवचन स्थल पर होगा। गोसेवक एडवोकेट गोपालदास भार्गव, विहिप जिलाध्यक्ष शिवदयाल शर्मा, विमल जैन व योगेंद्र शर्मा ने यात्रा के उद्देश्यों की जानकारी दी।
एक नजर में
11 उपयात्राएं निकाली गईं अलवर जिले में लोगों को जागरूक करने के लिए
108 दिन की यात्रा पूर्ण कर विश्व मंगल गो-ग्राम केंद्रीय यात्रा मकर सक्रांति के दिन नागपुर में समापन होगा।
20 हजार किलोमीटर की दूरी तय करेगी केंद्रीय यात्रा
400 बड़े कार्यक्रम होंगे इस दौरान।
हस्ताक्षर अभियान क्यों?
गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित किया जाए, गोवंश के लिए केंद्रीय कानून बनाया जाए। गोचर भूमि के सरंक्षण व घास बैंक निर्माण के लिए प्राधिकरण गठित हो, जैव आधारित कृषि हो, गोवंश भारतीय नस्लों के संवद्र्धन व संरक्षण की प्रभावी व्यवस्था हो। यात्रा आयोजन समिति के अनुसार इन मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति को भिजवाया जाएगा।
गोरक्षा के लिए दो लाख लोगों ने किए हस्ताक्षर
कार्यक्रम प्रमुख बाबूलाल ने दावा किया कि गोरक्षा के लिए चल रहे हस्ताक्षर अभियान में अब तक दो लाख से अधिक लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि अलवर जिले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने 11 तहसीलें गठित की हुई हैं। इसके तहत संघ की थानागाजी, टहला, अलवर, राजगढ़, रैणी, लक्ष्मणगढ़, कठूमर, गोविंदगढ़, रामगढ़, बहादुरपुर व मालाखेड़ा तहसील में उपयात्राएं निकाल कर लोगों गो गोपालन के लिए जागरूक किया गया।
कैसे शुरू हुई केंद्रीय यात्रा
वर्ष 2007 में रामचंद्रपुरा मठ में विश्व गोसम्मेलन करवाया था। सम्मेलन के बाद पहली बार कर्नाटक में यात्रा निकाली गई। जिला संयोजक अशोक कुमार के अनुसार इस यात्रा के फलस्वरूप 60 हजार परिवार गोपालन से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़े। इससे उत्साहित होकर जगद्गुरु शंकराचार्य श्रीराघेश्वर भारती स्वामी नेे विश्व मंगल गौ-ग्राम केंद्रीय यात्रा का निर्णय लिया, जिसका शुभारंभ विजयादशमी को किया गया।
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