समर्थ भारत के लिए हिंदुत्व की जागृति जरूरी
पटना : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने शुक्रवार को यहां कहा कि जाति,भाषा, पंथ, प्रदेश और संख्या के आधार पर भेदभाव को बढ़ावा देने की राजनीति के चलते देश कमजोर हो रहा है। पाकिस्तान और चीन की ओर से सीमाओं पर खतरा बढ़ रहा है, जबकि बिहार जैसे सीमावर्ती प्रदेश में बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या बनी हुई है। घुसपैठियों की पहचान कर उन्हे वापस भेजने में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश तक का पालन नहीं हो रहा है। उल्टे राजनीतिक स्वार्थो के चलते घुसपैठियों से सहानुभूति जताई जा रही है। किसी सरसंघचालक का ऐसा सार्वजनिक भाषण पटना में 25 साल बाद हुआ है।
गांधी मैदान में प्रदेश भर से आए 20 हजार गणवेशधारी स्वयंसेवकों व नागरिकों के समक्ष भागवत ने अल्पसंख्यकवाद, नक्सली उग्रवाद, कट्टरपंथी चुनौतियों से लेकर मराठी क्षेत्रवाद, कश्मीर-समस्या और पर्यावरण संकट पर अपने विचार रखे। भागवत ने कहा कि दुनिया भर में केवल पांच प्रतिशत आबादी वाले समुदाय को अल्पसंख्यक माना जाता है, पर भारत में तथाकथित अल्पसंख्यकों को राजनीतिक कारणों से मुख्यधारा से अलग रखा जाता है। इस वर्ग को इतनी सुविधाएं दी जा रही है कि देश में बहुसंख्यक होना अपराध सा हो गया है। संघ प्रमुख ने कहा कि जहां कहीं भी हिन्दू जनसंख्या प्रभावी नहीं है, वहां विघटनकारी गतिविधियों के साथ-साथ कई प्रकार की समस्याएं बढ़ी हैं। लोग संप्रदाय और क्षेत्र आदि के विभेद को उकसाकर स्वार्थो की रोटियां सेंक रहे है। जब तक हिन्दुत्व की विचारधारा के आधार पर देश के सभी वर्गो, समुदायों और जातियों को एक सूत्र में बांधा नहीं जाएगा, तब तक शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण नहीं सकता।
सरसंघचालक ने कहा कि देश के लगभग सभी प्रखंडों तक फैली 40 हजार शाखाओं के माध्यम से लोगों को जोड़कर संघ यही आकांक्षा पैदा करने का प्रयास कर रहा है। संघ का कार्य न किसी के विरोध में है और न किसी प्रतिक्रिया में है। इसे समझने के लिए संघ के पास आना होगा। कोपेनहेगन सम्मेलन और पर्यावरण संकट की चर्चा करते हुए भागवत ने कहा कि प्रकृति-विरोधी और भोगवादी पाश्चात्य जीवनशैली की जगह केवल हिंदू संस्कृति पर आधारित जीवनशैली अपनाकर ही पृथ्वी को प्रलय से बचाया जा सकता है। आज दुनिया भारत की ओर देख रही है, और उम्मीद करती है कि 2020 तक महाशक्ति बनकर भारत रास्ता दिखाएगा। सर संघचालक ने स्पष्ट किया कि शाखा में किसी के आने पर रोक नहीं है, लेकिन अपनी जातीय और अन्य प्रकार की पहचान छोड़कर सिर्फ हिन्दुत्व के भाव से उसमें आना होगा। कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री नंदकिशोर यादव, पीएचईडी मंत्री अश्रि्वनी चौबे, सहकारिता मंत्री गिरिराज सिंह,पशुपालन मंत्री रामनारायण मंडल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राधामोहन सिंह, सांसद रविशंकर समेत कई सांसद, विधायक गणवेश में उपस्थित थे। भाजपा के वयोवृद्ध नेता कैलाशपति मिश्र भी इस दौरान मौजूद थे। ध्वजप्रणाम के साथ प्रारंभ कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने शारीरिक अभ्यास और योगासनों का प्रदर्शन किया
साभार - जागरण. कॉम
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