आयोग ने मुस्लिम नेताओं की भी खबर ली
नई दिल्ली : बाबरी मस्जिद ढाँचा गिराए जाने की घटना को लेकर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तगड़ी खबर लेने वाले लिब्रहान आयोग ने राजनीतिक प्रभाव बढ़ाने के लिए लालायित कुछ सांप्रदायिक मुस्लिम नेताओं की भी खिंचाई की है।
संसद में मंगलवार को पेश आयोग की रपट में राजनीतिक प्रभाव और लाभ हासिल करने के लिए व्यक्तिगत प्रभाव का इस्तेमाल करने वाले कुछ सांप्रदायिक मुस्लिम नेताओं की निंदा की गई है। इसने कहा कि पूरी अवधि में वे महज तमाशबीन बने रहे और उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा।
आयोग ने कहा कि बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी ने किसी भी बातचीत में विवादित ढाँचे को लेकर कोई दावा नहीं पेश किया और उनका रुख केवल संघ परिवार के दावों के खंडन तक सीमित रहा।
इसने कहा कि मुस्लिम नेतृत्व हिन्दू विचारकों को भारत के आम नागरिकों में भय उत्पन्न करने का मौका देता रहा। दूसरी ओर संभ्रांत मुस्लिम राजनीतिक नेतृत्व न तो कभी जिम्मेदार रहा और न ही उसने अपने समुदाय के कल्याण की परवाह की।
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