समाज में व्याप्त दुर्बलता को दूर करें स्वयंसेवक-भैयाजी
अजमेर : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश राव जोशी (भैयाजी) ने स्वयं सेवकों से आग्रह किया कि समाज में व्याप्त दुर्बलता को दूर करें। उन्होंने कहा कि संघ स्वयंसेवक की अपनी अलग पहचान होनी चाहिए। भैयाजी ने विश्वमंगल गो-ग्राम योजना के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की।
मोइनिया इस्लामिया स्कूल � ें रविवार सुबह आरएसएस का एकत्रीकरण हुआ। इसमें सैकडों स्वयंसेवक पहुंचे। भैयाजी ने एकत्रीकरण को सम्बोधित करते हुए कहा कि संघ पिछले 85 सालों से हिंदू समाज में व्याप्त दुर्बलता को समाप्त कर नव चेतना का संचार कर रहा है। ताकि हिंदू समाज विश्व कल्याण में सहज सहयोग कर सके। सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति ही समाज व राष्ट्र को नई दिशा दे सकते है। वर्तमान में देश और विश्व जिस तरह के गतिरोध और परिस्थितियों से गुजर रहा है, उससे संघ की भूमिका और महत्वपूर्ण हो गई है।
संघ की शाखा एक प्रयोगशाला की तरह है जिसमें व्यक्ति निर्माण के लिए आवश्यक संस्कार दिए जाते है। शाखा से अनुशासन सीख कर स्वयंसेवक निजी व सामाजिक स्तर पर आदर्श प्रस्तुत कर सकता है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर गौ- संरक्षण के लिए निकाली जा रही विश्वमंगल यात्रा के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की। यह यात्रा 14 जनवरी 2010 को समाप्त होगी। संघ ने इसके लिए शहर में टीमों का गठन किया है।
साभार / स्त्रोत - pressnote
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