हिंदू शब्द को नहीं छोड़ेंगे: भागवत
जम्मू । राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने हिंदू शब्द को आरएसएस की विचारधारा का केंद्र बिंदु करार देते हुए इसे कभी नहीं छोड़ने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह हमारे स्पष्टवादी होने की पहचान है। हिंदू शब्द बांटने का नहीं बल्कि जोड़ने का प्रतीक है।
भागवत मंगलवार को डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर जम्मू यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए आयोजित सर्वधर्म सभा मे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
भागवत ने एकाधिकारवाद और कट्टरपंथ को भारतीयता के लिए खतरा बताया। डा. मुखर्जी को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत करार देते हुए भागवत ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर की एकता व अखंडता के लिए अपनी जान देकर देशभक्तिका परिचय दिया था।
डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शोध अधिष्ठान द्वारा आयोजित इस सर्वधर्म सभा मे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि डा. मुखर्जी ने आजादी के बाद एकता व अखंडता के लिए खतरा पैदा करने वाली ताकतों के खिलाफ आंदोलन किया था। इसलिए भारत के सशक्तबनने का सपना साकार होने तक मुखर्जी की विचारधारा का अनुसरण करना जरूरी है।
साभार - दैनिक जागरण |
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