प्रताप के शौर्य-बलिदान को नमन
उदयपुर,२७ मई। प्रात:स्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयन्ति अंचल में हर्षोल्लास से मनाई गई। विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन कर प्रताप को नमन किया गया तथा उनके द्वारा किए गये अमिट कार्यो को एवं बलिदान को याद रख सदैव उनके को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया गया।
राणा प्रताप के बलिदान को नमन करते हुए उनके चित्र व प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें पुष्पांजलि दी गई।
घोडाघाटी चौराहा क्षेत्र में स्थित महाराणा प्रताप के चेतक घोडे के पाषाण खुर्रे पर जयन्ती समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में स्थानीय राजपरिवार के सदस्य श्यामसिंह झाला ने युवाओं क ो संकल्प दिलाया कि आगामी वर्षों में इस स्थल को मेवाड काम्पलेक्स योजना के लिए जोडने का सामूहिक प्रयास करना है। इस अवसर पर केसुली, करोली, दाडमी, माण्डक, घोडाघाटी, पिपलवास सहित अन्य गांवों के ग्रामीणों ने प्रताप के छाया चित्र पर पुष्पांजलि आर्पित की। इस अवसर पर पत्रकार मनीष देव पालीवाल,नरपत सिंह झाला, रमेश पालीवाल-केसूली, कुलदीप सिंह झाला सहित अन्य उपस्थित थे।
भीण्डर के ईडन इन्टरनेशनल स्कूल में महाराणा प्रताप जयंती वीना पाठक की अध्यक्षता में मनाई। मुख्य अतिथि प्रतापसिंह शक्तावत थे। विशिष्ट अतिथि देवयानी पण्ड्या थी। पाठक ने बालकों को महाराणा प्रताप द्वारा स्थापित उच्च आदर्शों को जीवन में अपनाने के लिए पे्ररित किया।
कुशलगढ़ में राजपूत समाज कुशलगढ़ द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें आदरांजलि दी गई। इस अवसर पर समाजजनों सहित नगर के प्रबुद्धजनों की उपस्थिति में नगरपालिका की ओर से तालाब बायपास की पहाडिय़ों में महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा स्थापित कर प्रताप नगर बनाने की घोषणा की गई। प्रतिमा के लिए समाजजनों एवं अन्य नागरिकों ने तत्काल १ लाख २० हजार की राशि एकत्रित कर दी। समारोह की अध्यक्षता शिक्षाविद् रमेशचंद्र व्यास ने की। विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत विकास अधिकारी ईच्छाशंकर जोशी थे।
समारोह के मुख्य अतिथि नगरपालिका उपाध्यक्ष हंसमुखलाल सेठ थे। पार्षद मधुसूदन व्यास ने नगर में महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित करने की भी आवश्यकता जताई। जिस पर नपा उपाध्यक्ष हंसमुखलाल सेठ ने शीघ्र ही पूर्ण करने का आश्वासन दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर पश्चिमी प्रांत के हिन्दू जागरण मंच के प्रमुख सुरेंद्र सिंह तंवर ने अकबर को महान लिखने पर आपत्ति जताते हुए कई तर्क संगत जानकारी दी।
खमनोर कस्बे के मध्य स्थित ऐतिहासिक रणक्षेत्र में महाराणा प्रताप के सहयोगी रणबांकुरों के स्मारकों पर पुष्पांजलि के साथ स्थानीय जय हल्दीघाटी नवयुवक मण्डल के कार्यकर्ताओं ने श्रीनाथ बैण्ड की सुमधुर स्वर लहरियों के साथ अश्वारूढ़ सैनिकों की भव्य शोभायात्रा रक्ततलाई से प्रांरभ होकर विभिन्न मार्गों से गुजरती हुई मेला स्थल शाहीबाग पंहुची यहां जिला कलेक्टर में प्रताप जयन्ती पर आयोजित मेले की विधिवत् घोषणा की।
घाणेराव में महाराणा प्रताप जयन्ती पर सम्प्रति महाराणा प्रताप कमेटी का गठन किया गया जिसमें मदनलाल शर्मा अध्यक्ष, दिवाकर व्यास सचिव,गजेन्द्र देवड़ा कोषाध्यक्ष, चम्पालाल मेघवाल उपाध्यक्ष चुने गए। इस अवसर पर कमेटी के सदस्यों सहित घाणेराव लोगों ने महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मावली में शिवसेना की ओर से मेडता गांव से वाहन रैली निकाली गई। वाहन रैली के फतहनगर प्रताप चौराहे पर पहुंचने पर प्रताप की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भीमसिंह चुण्डावत ने महाराणा प्रताप के स्टीकर का विमोचन किया।
अभाविप की बैठक में कार्यकर्ताओं ने महाराणा प्रताप के पदचिन्हों पर चलते हुए आतंकवाद एवं घुसपैठ के विरूद्ध कड़ा कदम उठाने पर चर्चा की । क्षेत्र के आमोलिया की मादड़ी गांव में महाराणा प्रताप शिक्षा प्रसार समिति एवं महाराणा प्रताप नवयुवक मण्डल की ओर से भव्य आतिशबाजी की गई।
कपासन में कांग्रेस कार्यालय पर महाराणा प्रताप जयंती पर विचार गोष्ठी हुई। मुख्य वक्ता ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश चाष्टा थे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप देश के पहले आजादी के दीवाने थे। इस अवसर पर नगर कांग्रेस अध्यक्ष हाजी अब्दुल रहमान, नगर युवक कांग्रेस अध्यक्ष पवन शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।
धरियावद में प्रताप जयंती पर क्षत्रिय समाज की ओर से शिकारबाड़ी स्थित सभा भवन पर सभा हुई। सभा से पूर्व क्षत्रिय समाज के लोग राजमहल से अपनी पारंपरिक वेशभूषा में राजमहल में कुलदेवी बाणमाता के दर्शन के पश्चात जुलूस निकाला गया। जुलूस में खुली जीप में महाराणा प्रताप की तस्वीर लगी थी। निचला बाजार में सगस जी बावजी दाता के सेवक दिलीप कोठारी ने महाराणा की तस्वीर पर माला पहनाई। सभा में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संरक्षक भानुप्रताप सिंह देवड़ा, प्रतापसिंह चौहान, किशनलाल शर्मा, सरपंच के.वी. मीणा ने विचार रखे।
धरियावद। प्रताप जयंती पर क्षत्रिय समाज की ओर से निकाली गई शोभायात्रा।
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