'लाल' चीन में 'भगवा' प्रतिनिधिमंडल


भाजपा के नेतृत्व में भगवा प्रतिनिधिमंडल चीन की साम्यवादी पार्टी के साथ तिब्बत समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और आपसी समझ को बढ़ाने के इरादे से यहाँ आया है। भगवा प्रतिनिधिमंडल की यह पहली चीन यात्रा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद सुरेश प्रभु ने बताया कि हम तिब्बत समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। प्रभु ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन (सीपीसी) के निमंत्रण पर वरिष्ठ नेता बाला साहेब आप्टे के नेतृत्व में भाजपा, आरएसएस और शिवसेना का पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल यहाँ आया है। इस सौहार्दपूर्ण यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल सीपीसी के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेगा।

प्रभु नदियों को जोड़े जाने और सिंचाई क्षेत्र में चीन की सफलता का अध्ययन करने को लेकर काफी गंभीर हैं। वे राजग सरकार में नदियों को जोड़े जाने के समूह के अध्यक्ष रह चुके हैं। उनका मानना है कि भारत चीन के अनुभवों से सीख सकता है।

प्रतिनिधिमंडल के सूत्रों ने बताया कि चीनी पक्ष बैठक के दौरान सभी जटिल मुद्दों पर चर्चा के लिए सहमति जता दी है। प्रतिनिधिमंडल को विश्वास है कि उनके इस मिशन से चीन के राजनीतिक तबकों में दक्षिणपंथी विचारों को अच्छी तरह समझा जा सकेगा।

भगवा प्रतिनिधिमंडल का यह भी मानना है कि इस यात्रा से भारत-चीन संबंध में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी। इस यात्रा का मकसद दो दलों के बीच संपर्क को बढाने से बढ़कर दो देशों के बीच समझ को विकसित करना है।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा सदस्य चंदन मित्रा ने कहा कि स्पष्ट तौर पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी राजग के विचारों को जानने को उत्सुक है।

प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रवक्ता राम माधव और बलबीर पुंज शामिल हैं।

मित्रा ने कहा कि भाजपा ने सीपीसी प्रतिनिधिमंडल को भारत आने का निमंत्रण दिया था और उस यात्रा के दौरान चीनी साम्यवादी दल ने भगवा पार्टी को अपने देश आने का न्योता दिया था।

0 टिप्पणियाँ:

Related Posts with Thumbnails

Blog Archive

  © Blogger templates The Professional Template by Ourblogtemplates.com 2008

Back to TOP