पाकिस्तान क्यों हमे कम आक रहा है |
क्या पाकिस्तान को पता नहीं है की वो जितने भी बार भारत से युद्ध लड़ा है उनको हर ही मिली है क्या फ़िर पाकिस्तान युद्ध चाहता है अगर चाहता है तो किसके बल पर, कुछ दिन पहले उसने पुरे पाकिस्तान में लड़ाकू जहाजो को उड़ाया, क्या ये युद्ध के दिखावे नहीं है हमारे प्रधानमंत्री तो सिर्फ़ बातो से पाकिस्तान को मनाने के लगे हुए है, और कहते है "हमें युद्ध नहीं रिजल्ट चाहिए" क्या हमे कोई एक्जाम दिया है और उसका पेपर चेक होने पाकिस्तान गया है की पाकिस्तान की सरकार हमे रिजल्ट देगी, आज हमें अमेरिका के पीछे नहीं चलना चाहिए वो दोतरफा बात करते है कभी पाकिस्तान की भाषा बोलते है तो कभी भारत की समझ के नहीं आता है की वो किसके तरफ़ है एक बात तो साफ़ है की पाकिस्तान हमारे सबूत पर कारवाही नहीं करने वाला है, वरना हमने तो बोरे भर - भर के सबूत दिए है और उनपर कोई धयान ही नहीं दिया जा रहा है क्या भारत जो हमारा धर्म की राह पर चलता है वो पहले करवाई करता है या पाकिस्तान की करवाई का इंतिजार करता है इसमे कोई दो राय नहीं है की पुरे पाकिस्तान के आतंकवादी खुले आम घूमते है और वहां की पुलिस कुछ नहीं कर सकती है | २००७ के लाल मस्जिद की घटना की ही बात करे जिसमे खुले आम सड़क पर आतंकवादी AK 47 लेकर घूम रहे थे और जहाँ से कई आतंकवादी को देखावे के लिए पकड़ा गया और बाद के छोड़ दिया गया. २१ दिसम्बर की ही ख़बर को ले जिसमे ये बात सामने आई है की जो हथियार लाल मस्जिद से २००७ में मिले थे वो सश्त्रागार से गायब हो गए है अब बताये इसमे कौन करवाई हो रही है उल्टे जो हथियार बरामद हुए है उन आतंकवादी के पास वापस दे दिया जा रहा है | किसी भी समस्या का समाधान युद्ध नहीं है अगर हमारे पड़ोसी देश नहीं संभले तो भारत को अमेरिका वाली नीति अपनानी चाहिए सीधे उसके देश में घुस कर आतंकवादी शिविर को नसतेनाबूत कर दे | क्योंकी सभी को पता है पाकिस्तान बात से नहीं मानने वाला है, जब तक भारत में कहीं भी आतंकवादी घटना होती है सीधे पाकिस्तान से उसके तार जुड़ते है, फ़िर भी हम हाथ में हाथ धरे बैठे रहते है अभी अच्छा मौका है पाकिस्तान को घरने का वरना पाकिस्तान की सरकार तो सोती है और हमारी सरकार की तो आप जानते ही है |
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें