चार दिग्गजों को हटाया संघ ने
इंदौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने चार बड़े पदाधिकारियों को दायित्वमुक्त कर दिया है। इनमें से दो की राजनीतिक महत्वाकांक्षा कुलांचें मार रही थीं, तो दो संगठन की रीति-नीति में फिट नहीं बैठ रहे थे। फेरबदल शीत शिविर में किया गया। अनूठी कार्यशैली के चलते राकेश दुबे पर संघ ने फिर भरोसा जताया और विभाग कार्यवाह जैसी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। पद खोने वाले हैं कमल वाघेला, चंद्रमोहन दुबे, विनोद बिड़ला और शैलेंद्र जैन। सह कार्यवाह वाघेला संघ के लगभग सभी आंदोलनों में मुखिया रहे। वे नार्थ तोड़ा में हुए संघर्ष के बाद चर्चा में आए थे।
विधायक अश्विन जोशी ने उनकी पिटाई कर दी थी और विधायक पर जानलेवा हमले का केस दर्ज हो गया था। दुबे संघ की बद्रीनाथधाम जिला इकाई के कार्यवाह के साथ सेवा भारती का काम भी संभाल रहे थे। कुछ दिन से उनकी सक्रियता विजयवर्गीय-मेंदोला खेमे में बढ़ गई थी। वाघेला भी नगर अध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता के विधानसभा चुनाव में जमकर सक्रिय रहे। ये दोनों भाजपा में जा सकते हैं।
पदमुक्त बिड़ला भी विभाग सेवा प्रमुख जैसे बड़े पद पर थे। उनकी जगह जिला कार्यवाह गोपाल गोयल लेंगे। दिलीप जैन सह कार्यवाह बनाए गए हैं। विभाग संघ चालक बाबा साहब नवाथे ही रहेंगे।
संघ के रास्ते जावरा कंपाउंड में घुसपैठ
इस फेरबदल की पटकथा काफी पहले लिखी जा चुकी है। पदों से हटाए दो स्वयंसेवक भाजपा के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। दोनों को मंत्री खेमे के नजदीक माना जाता है। जावरा कंपाउंड से लंबे अरसे से दूर यह खेमा अब संघ के जरिये घुसपैठ करना चाहता है। भाजपा के संगठन चुनाव भी 31 जनवरी से शुरू हो रहे हैं।
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