संघ गणवेश को लेकर करेगा चिंतन
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का पारंपरिक गणवेश-खाकी हाफपैंट, सफेद शर्ट और चमड़े की बेल्ट इसकी युवा पीढ़ी के लिए पुराना पड़ गया है। संगठन ने संकेत दिया है कि वह इस सवाल पर चिंतन की जायेगी. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि यह विषय हमारे एजेंडा में है। गणवेश बदलने के बादे में आरएसएस की प्रतिनिधि सभा में आम सहमति से निर्णय किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुद्दे पर राय बंटी हुई है। बहरहाल, उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर कार्यकर्ता मौजूदा वेशभूषा को ‘अड़चन' नहीं मानते। उन्होंने कहा कि यह कहना ‘गलत धारणा' है कि युवा स्वयंसेवक इसे अनाकर्षक पाते हैं। जबकी संघ की वेशभूषा वर्तमान में सबसे अच्छी है और इससे अच्छी वेशभूषा नहीं हो सकती है.
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें