गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित करना आवश्यक : मुकुंद पण्ड्या
डूंगरपुर : विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा के प्रान्त संयोजक भुवन मुकुंद पण्ड्या ने कहा है कि भारत की संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए गौमाता को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में स्थापित करना होगा इसके लिए गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित किया जाना आवश्यक है। पण्ड्या ने यह बात गुरूवार को स्थानीय सिंधी कॉलोनी स्थित कामधेनु कुटि में विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। पण्ड्या ने बताया कि आज गौ माता की सार्थकता सिद्ध हो रही है। संस्कार, आरोग्यता, पर्यावरण संरक्षण, जैविक कृषि हो या वैज्ञानिक आयाम सभी का केंद्र बिन्दु गौ माता है। गाय में इतनी शक्ति होती है कि इसकी प्रदक्षिणा मात्र से ही असाध्य रोग दूर हो जाते हैं तथा गौमुत्र, गोबर, दूध, दही एवं घी आदि पंचगव्य आयुर्वेद के विशिष्ट अंग हैं। उन्होंने बताया कि विजय दशमी से गौकर्ण पीठाधीश्वर शंकराचार्य राघवेश्वर के सानिध्य में हरियाणा के कुरूक्षेत्र से आरम्भ हुई 108 दिन की यात्रा के दौरान देश के विभिन्न प्रान्तों के प्रमुख शहरों के साथ ही जिला व तहसील विकास खण्डों से भी उपयात्राएं निकली जाएंगी।
डूंगरपुर जिले को गाय की छह मूर्तियां प्राप्त हुई है जिन्हें जिले में निकाली जाने वाली छह उपयात्राओं में शामिल किया जाएगा। पण्ड्या ने बताया कि आगामी 23 नवम्बर को जिले में छह स्थानों से अभिजित मुहूर्त में ये उप यात्राएं आरम्भ होगी जो ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर गौ-धन के संरक्षण व संवद्र्धन के प्रति जनचेतना का संचार करेगी। पण्ड्या ने बताया की भारतीय नस्ल की गायों के संरक्षण के लिए देश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश भर में प्रत्येक घर के एक वयस्क के हस्ताक्षरों से युक्त एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा। जिससे गौमाता को पुन: संरक्षित कर राष्ट्र के वैभव को बचाया जा सके। पत्रकार वार्ता के दौरान विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा के जिला संयोजक रामलाल पटेल, जिला सचिव प्रेमनाथ कटारा, जिलाध्यक्ष डंूगरलाल डांगी, उपाध्यक्ष जीवराज खराड़ी, मार्गदर्शक मण्डल के सदस्य वाई.के. शर्मा, घनश्याम शाह, जिला सहसंयोजक अरविन्द पण्ड्या, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक शिवशंकर, सज्जनसिंह भाटी, प्रकाश शर्मा सहित अनेक सदस्य मौजूद थे।
साभार - प्रात: काल
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