शिक्षा की सौदेबाजी पर मोहन भागवत दुखी

जयपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने कहा है कि राष्ट्र और समाज के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों का निराकरण करने में नागरिकों विशेषकर शिक्षकों की बड़ी भूमिका है। इस उत्तारदायित्व को समझकर कत्र्ताव्य पालन की महती आवश्यकता है। शनिवार से अपने चार दिवसीय दौरे की शुरूआत जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ में संघ की जागरण पत्रिका पाथेय कण की वेबसाइट के शुभारंभ के साथ की। इसी के साथ डॉ. भागवत ने अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन किया। इस अधिवेशन में देशभर के 21 राज्यों के 38 राज्य स्तरीय संगठन और 130 विश्वविद्यालयों के लगभग ढाई हजार निर्वाचित प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. के. नरहरि कर रहे हैं। संघ के सरसंघचालक बनने के बाद भागवत का यह पहला औपचारिक दौरा है। डॉ. भागवत ने जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ में संघ की जागरण पाक्षिक पत्रिका पाथेय कण की वेबसाइट का विमोचन किया। चार दिन की जयपुर यात्रा पर आए भागवत रविवार को विश्व हिंदु सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
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