एकता को भूल गए हैं हम: भागवत
नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हम बहुत दिनों से एकता को भूल गए हैं। एकता को समझना होगा। उनका इशारा भाजपा की ओर था। सर संघचालक ने यह बात शुक्रवार को संघ द्वारा आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम के दौरान कहीं।
दिल्ली के द्वारका में हुए शस्त्र पूजन कार्यक्रम में संघ को गांधी के त्याग की याद आई। साथ ही अनुशासित, लयबद्ध स्वयंसेवकों के बीच संघ ने भाजपा को पुरानी एकता याद दिलाई और त्याग का पाठ पढ़ाया। संघ ने स्पष्ट किया कि उसकी राजनीति में सक्रिय होने और चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है। संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि स्वार्थ के लिए नहीं, परमार्थ के लिए जियो। इसका पालन कोई नहीं करता। इसलिए इसकी शुरुआत खुद से करो। उन्होंने कहा कि स्वयं को तैयार करना संघ का कार्य है। इस मर्म को आम लोगों से पहले स्वयंसेवकों को समझना होगा।
उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि लोगों के लिए स्वार्थ का बलिदान देने वाले स्वयंसेवक किसी भी क्षेत्र में जाकर काम करेंगे तो उनकी साख बढ़ेगी। बेहतर काम से ही देश की साख व धाक बढ़ेगी। संघ बहुत बढ़ा है और बढ़ने की जरूरत नहीं है। बिना चुनाव लड़े जनता का सम्मान मिल रहा है। स्वामित्व चाहिए नहीं। उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि संघ को समझकर प्रयोग करना होगा, तभी सही परिणाम आएगा। कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। साथ ही विश्व हिंदू परिषद के वयोवृद्ध आचार्य गिरिराज किशोर व्हीलचेयर पर अनुशासित स्वयंसेवक की तरह आसीन रहे।
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