बेसहारा हिंदू लड़की को गोद लेने का ऐलान
लुधियाना :खन्ना के सिख दंपत्ति ने एक नई मिसाल पेश की है। शहर के वार्ड नंबर-12 स्थित करतार नगर के निवासी जोगिंदर सिंह और उनकी पत्नी परमजीत कौर ने मजहब की दीवारों को लांघकर असम की एक बेसहारा हिंदू लड़की मीना को गोद लेने का ऐलान किया है। शुक्रवार को शहर के लोक निर्माण विभाग के विश्राम घर परिसर में मौजूद मानव अधिकार मंच पंजाब के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जब दंपति ने मीना के सिर पर हाथ रखा, तो लोगों की आंखें नम हो गई।
दैनिक जागरण को अपनी दर्द भरी दास्तां सुनाते हुए इस सोलह वर्षीय मीना ने बताया कि वह असम की रहने वाली है और बचपन में ही उसके मां-बाप की मौत हो गई थी। इसके बाद उसके मुंह बोले मौसा व मौसी उसे अपने घर ले गए थे, जिन्होंने न तो उसे स्कूल में पढ़ने भेजा और न ही कभी प्यार से कोई बात की। मौसी अरीना उसे बेचने की फिराक में थी और उसे जैसे ही मौसी के इन इरादों की भनक लगी तो वह घर से भागकर दिल्ली आ गई। जहां से उसे एक ट्रक ड्राइवर खन्ना ले आया। शहर के करतारनगर इलाके में रहने वाले उक्त सिख दंपति को जैसे ही एक लड़की के इलाके के एक खेत में अकेली बैठी होने की खबर मिली, तो उन्होंने इसकी सूचना मानव अधिकार मंच के सदस्यों को दी। मीना के मुंह से उसकी बदनसीबी की कहानी सुनने के बाद सिख दंपति ने उसे गोद लेने का फैसला कर लिया। शुक्रवार को लड़की को गोद लेने के ऐलान के अवसर पर मानव अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसवंत सिंह खेड़ा, प्रदेश सचिव रंजीत कौर बूटर, जिलाध्यक्ष जसवंत सिंह मित्तर, अमलोह ब्लाक की चेयरमैन सतनाम कौर, अवतार सिंह व गुरचरण सिंह सहित मंच के अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे। मामले में कानूनी औपचारिकताओं को सोमवार को पूरा किया जाएगा।
साभार दैनिक जागरण
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