25-30 सालों में भारत हिंदू राष्ट्र: संघ
नई दिल्ली:बीजेपी में उठे तूफान के बीच शुक्रवार को दिल्ली में हुई आरएसएस के सरसंघचालक मोहनराव भागवत की प्रेस कॉन्फ्रंस को काफी अहमियत दी जा रही थी। माना जा रहा था कि इसमें भागवत बीजेपी में नेतृत्व परिवर्तन के मसले पर कुछ बोलेंगे। लेकिन संघ प्रमुख बीजेपी नेतृत्व के मसले पर कुछ नहीं बोले। लेकिन, एक सवाल के जवाब में मोहन भागवत ने साफ कहा कि संघ अगले 25 से 30 वर्षों में अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा। गौरतलब है कि हिंदू राष्ट्र की स्थापना संघ का लक्ष्य है। बीजेपी के मुद्दे पर पूछे गए हर सवाल को मोहन राव भागवत यह कह कर टाल गए कि यह बीजेपी का अंदरुनी मामला है, वही जाने, संघ का इससे कोई मतलब नहीं। उन्होंने पत्रकारों को राय दी कि आप मेरा इंटरव्यू टाइम्स नाउ के बेवसाइट http://www.timesnow.tv पर जाकर देख सकते हैं। बीजेपी से जुड़े मेरे सारे विचार स्पष्ट हो जाएंगे।
दिल्ली में आरएसएस मुख्यालय केसव कुंज में आयोजित मोहन राव भागवत के प्रेस कॉन्फ्रंस ने सबको निराश किया। प्रेस कॉन्फ्रंस में मौजूद पत्रकारों को लग रहा था कि मोहन राव भागवत बीजेपी को लेकर कुछ न कुछ जरूर बोलेंगे, लेकिन सभी को निराशा हाथ लगी। मोहन राव ने दो टूक
कहा कि संघ का इस मामले से कुछ लेना देना नहीं। यह बीजेपी का काम है और वही जाने। हां, इतना जरूर कहा कि बीजेपी के सामने जो संकट आया है उसे उनके नेता सुलझा लेंगे, यह मेरा विश्वास है।
मोहन राव का प्रेस कॉन्फ्रंस संघ और संघ के कार्यपद्धति के ईर्द-गिर्द रही। उन्होंने कहा कि भारत के मुस्लिम समाज में संघ के प्रति धारणा तेजी से बदल रही है। बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग संघ से जुड़ रहे हैं। यह हमारे लिए खुशी की बात है।
बीजेपी को लेकर पत्रकारों के लगातार सवाल पर उनका कहना था कि संघ न तो किसी को सलाह देता और न ही किसी भी राजनीतिक संगठन के काम में दखल देता है। यह समस्या बीजेपी की है, वही इसे सुलझाए। उन्होंने यह जरूर कहा कि मुझे विश्वास है कि बीजेपी के नेता इसे सुलझा लेंगे। फिर भी पत्रकारों के नहीं मानने पर मोहन राव भागवत ने कहा कि आप 'टाइम्स नाउ' पर मेरे द्वारा दिए गए इंटरव्यू को देख लें, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने पत्रकारों को राय दी कि आप मेरा इंटरव्यू टाइम्स नाउ के बेवसाइट http://www.timesnow.tv पर जाकर देख सकते हैं। जसवंत सिंह और अरुण शौरी को लेकर पूछे गए सवाल को भी वह टाल गए।
जिन्ना के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जिन्ना के 'डायरेक्ट एक्शन' को लोग नहीं भूल सकते और मुझे भी यही याद है। बाकी उनसे जुड़ी चीजें शोध का विषय हैं, उससे मुझे लेना देना नहीं।
साभार - नवभारत टाईम्स .कॉम
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