एम. करूणानिघि ने रामायण की आलोचना की


अगर आप रामायण पढ़े है और नहीं भी पढ़े है लेकिन जानते हैं की रामायण हिन्दुओ की एक धार्मिक ग्रन्थ है तो ये समाचार आपके लिए जरुरी है|

लगता है हिंदुस्तान में ही हिन्दुओ के धार्मिक ग्रन्थ और मंदिरों के बारे में अपशब्द कहने वाले लोगो बढ़ते जा रहे है. मैं तो तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. करूणानिघि की बात कर रहा हूँ जिसने कहा कि वह रामायण की आलोचना करना जारी रखेंगे। करूणानिघि ने एक बार फिर दोहराया है कि वो पहले ही की तरह अब भी रामायण और उसके पात्रों के कट्टर विरोघी है। करूणानिघि ने यह बात कानून मंत्री वीरप्पा मोइली की तमिल भाषा में अनुवादित किताब "रामायण पेरूंथेदलै" (रामायण की तलाश) के अनावरण के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मैं बचपन में भी रामायण का आलोचक था। मैं ऎसा करना जारी रखूंगा। उन्होंने कहा कि इस किताब में मोइली की अलग व्याख्या को देखते हुए उन्होंने इसके अनावरण का फैसला किया। उन्होंने कहा कि मोइली की किताब रामायण के मूल संस्करण से अलग है, और इसमें मोइली ने निर्भयतापूर्वक अपने विचार व्यक्त किए है।
मैं अब भी रामायण और उसके पात्रों का कट्टर विरोघी हूं: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. करूणानिघि
मोइली ने कहा कि उनकी किताब सिर्फ रामायण का वर्णन नही है, बल्कि इसमें हर पेज में पाठकों के लिए एक संदेश है। मोइली महाभारत की प्रमुख किरदार द्रौपदी पर भी एक किताब लिख रहे है। यह किताब अगले साल आने की संभावना है। ठीक हुआ आप पाकिस्तान में नहीं है और उनके कुरान के बारे में अपशब्द नहीं कहे फिर तो अल्लाह ही आपका मालिक था | हिंदुस्तान में हिन्दुओ को गली कौन हिन्दुस्तानी सहेगा | मेरा काम तो लोगो को जागरूक करना है | उन्हें उद्वेलित नहीं करना, फिर भी अगर हिंदुस्तान में आप है तो यहाँ की संस्कृति और समाज के साथ मिल कर चले|


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