श्रीराम सेना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो : संघ
बेंगलुरु।। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने श्रीराम सेना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, यह भी
साफ किया है कि अगर इस संगठन को बैन भी कर दिया जाता है तो इससे आरएसएस को कोई आपत्ति नहीं है।
आरएसएस के साउथ-सेंट्रल जोन के सेक्रेटरी के. नरहरि ने कहा, आरएसएस इंसानों पर हमले को घिनौना अपराध मानती है। अगर सरकार श्रीराम सेना को प्रतिबंधित कर देती है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। आरएसएस और श्रीराम सेना में किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, आरएसएस मांग करती है कि श्रीराम सेना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
मेंगलुरु पब पर हमले, केरल के सीपीएम एमएलए की लड़की का अपहरण और वैलंटाइंस डे का विरोध करने जैसी हिंसक प्रतिक्रिया की इजाजत नहीं देती। इसकी जगह आरएसएस समाज से जुडे़ मुद्दों पर स्वस्थ बहस और जन जागरूकता कार्यक्रमों का स्वागत करती है।
श्रीराम सेना पर केंद्र की नजर
गृह मंत्री पी. चिदंबरम का कहना है कि श्रीराम सेना देश के लिए एक खतरा है। केंद्र उसकी गतिविधियों को गंभीरता से देख रहा है। हमें उम्मीद है कि कर्नाटक सरकार इस संगठन और मेंगलुरु पब हमले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। वह केरल में कोस्टल पुलिस स्टेशन का उद्घाटन कर रहे थे।
चौधरी को समझाएं पीएम
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदयुरप्पा ने कहा है, मैं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अनुरोध करूंगा कि वह रेणुका चौधरी पर नियंत्रण लगाएं। रेणुका राज्य सरकार के खिलाफ बेवजह के आरोप लगा रही हैं।
साभार - नवभारत टाईम्स
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