ऐटमी युद्ध को तैयार रहें : सुदर्शन
पाकिस्तानी अखबार 'द डॉन' में छपी एक रिपोर्ट में भारत के हिंदूवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसए
स) प्रमुख के. एस. सुदर्शन के एक बयान की ओर ध्यान दिलाया गया है। सुदर्शन ने चेतावनी दी है कि अगर आतंकवाद को रोकने के लिए उठाए गए सभी शांतिपूर्ण कदम नाकाम हो जाते हैं, तो संभव है कि भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को टाला न जा सके। आरएसएस ने इसके नतीजतन तृतीय विश्व युद्ध छिड़ने की भयावह आशंका भी व्यक्त की है और कहा है कि इससे 'बुराई की दुनिया' का सफाया हो सकता है। हालांकि संगठन चाहता है कि ऐसी स्थिति पैदा न हो और भारत अपने पड़ोसी देश के साथ आतंकवाद के मुद्दे को सुलझाने के लिए अन्य सभी तरीके तलाशे।
अखबार के अनुसार आरएसएस प्रमुख सुदर्शन ने स्वतंत्र पत्रकार चेतन उपाध्याय को दिए इंटरव्यू में अपने विचार रखे हैं। यह इंटरव्यू गुरुवार को लोगों के ईमेल पर भेजा गया है और आरएसएस अधिकारियों ने शुक्रवार को इसके आधिकारिक होने की भी पुष्टि की है। इसमें कहा गया है कि मुंबई पर हुआ आतंकवादी हमला भारत को तहस-नहस करने की बड़ी साजिश का केवल एक हिस्सा भर था। सुदर्शन के मुताबिक ये ताकतें भारत को टुकड़ों में बांटना चाहती हैं, लेकिन भारतीयों की हमेशा ही विजय हुई है। उन्होंने कहा, 'हम सहिष्णु हैं, मगर बेहद बहादुर भी। हमें केवल तभी हराया और दास बनाया गया, जब हमारी एकता टूटी। मैं चाहता हूं कि भारत आतंक के मुद्दे के समाधान के लिए सभी अन्य माध्यम अपनाए, लेकिन उसे पाकिस्तान के साथ युद्ध के लिए भी तैयार रहना चाहिए, जो आसानी से परमाणु युद्ध के रूप में परिवर्तित हो सकता है।'
उपाध्याय ने सुदर्शन से जानना चाहा कि क्या भारत को पाकिस्तान के साथ पूर्ण युद्ध करना चाहिए तो उन्होंने जवाब दिया, 'ऐसा तभी करना चाहिए, जब कोई अन्य रास्ता शेष न हो। जब भी इस ग्रह पर आसुरी शक्तियों का वर्चस्व होता है तो युद्ध के अलावा कोई मार्ग शेष नहीं बचता। मुझे बताइए कि क्या और कोई रास्ता बचता है? लेकिन युद्ध अंतिम विकल्प होना चाहिए। इसके पूर्व भारत को दूसरे विकल्पों पर विचार करना चाहिए।'
उनसे पूछा गया कि क्या ऐसी कोई लड़ाई ऐटमी संघर्ष के रूप में तब्दील नहीं हो जाएगी, सुदर्शन ने कहा, 'हां, मैं जानता हूं कि यह वहीं तक नहीं रुकेगा। परमाणु युद्ध छिड़ेगा और इसमें बड़े पैमाने पर लोग मरेंगे।'
सौजन्य - NAVBHARAT
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