संस्कृत को जाने और देश को पहचाने |
आज भारत अपनी ही संस्कृति से दूर होता जा रहा है हम अपनी संस्कृति को भूल जा रहे है क्या मन में कभी ये सवाल उठता है की हमारी प्राचीन भाषा जो संस्कृत है वो धीरे धीरे लुप्त होने के कगार पर है, हम अंग्रेजी पढने और पढाने में जितना ध्यान देते है उतना संस्कृत को क्यों नही देते है, क्या आज की युवा पीढ़ी ये भूल गई है की जब पुरे दुनिया में कंप्यूटर के लिए सबसे सरल और सही भाषा की खोज हुई तो संस्कृत को ही एक सरल और सही भाषा के रूप में चुनाव हुआ और पूरी दुनिया के वैज्ञानिक ने इसे स्वीकारा फ़िर क्यों वही देश और देश में रहने वाले लोग इससे भूल गए है, हमारे देश में २८ राज्यों में हजारो भाषाए बोली जाती है और उस राज्य में रहने वाले लोगो ने अपनी संस्कृत भाषा के लिए कभी आवाज ही नही उठाई है, ये भाषा कभी भगवान राम ने कही थी और इसी भाषा में कई ग्रंथो की रचना हुई है और हम संस्कृत ही नही जानते, आज के माता पिता अपने बच्चो को नोवेल पढने के लिए देते है क्या नोवेल पढने से वो युवा पढ़ी का निर्माण होगा जो हम चाहते है, मैं कुछ लिंक दे रहा हूँ जो आप को संस्कृत समझने के लिए मददगार साबित होगी लेकिन मन में इच्छा होनी चाहिए, संस्कृत भाषा को एक वेबसाइट है जो आप तक पहुच कर आप को मदद करती है और जानने के लिए संस्कृत भारती की वेबसाइट पर जाए और ज्वाइन करे |
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