अंतुले के विवादास्पद बयान की तीखी आलोचना |
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक ने अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री एआर अंतुले के विवादास्पद बयान की तीखी आलोचना करते हुए पूछा है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन में जेहादी तत्वों के रहते सरकार आतंकवाद से कैसे लड़ पाएंगी।
संघ के मुख पत्र आर्गेनाइजर में आतंकवाद और कांग्रेस विषय पर लिखे गए संपादकीय में कहा गया है कि अंतुले ने पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे की मौत की परिस्थितियों पर सवाल खड़ा करके पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। पत्र ने आरोप लगाया है कि अंतुले ने वही बात कही है, जो पाकिस्तान के अखबारों और जेहादी वेबसाइटों पर लिखा जा रहा है। और उनका बयान कुछ वैसा ही है | संघ ने विदेश राज्य मंत्री ई. अहमद के संयुक्त राष्ट्र में दिए गए भाषण की भी आलोचना भी की , जिसमें अहमद ने मुंबई में यहूदी आवास स्थल पर हुए हमले का कोई जिक्र नहीं किया है। संघ ने कहा है कि सरकार में रामलिवास पासवान जैसे मंत्री भी अंतुले के स्वर में बोल रहे हैं। आतंकवाद से लड़ने के मनमोहन सरकार के संकल्प पर उंगली उठाते हुए संघ ने कहा है कि जिस गठबंधन में जेहादी तत्व शामिल हों वह आतंकवाद के खिलाफ कारगर अभियान नहीं चला सकता है। संघ के अनुसार अपने कार्यकाल के अंतिम दौर में मनमोहन सरकार आतंकवाद से लड़ने के लिए कुछ कानूनी उपाय कर रही है, लेकिन वह इन पर अमल करने के प्रति गंभीर प्रतीत नहीं होती।
संकलनकर्ता - चंदन कुमार
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