पाक में नौकरी बचाने के लिए मुसलमान बन रहे हैं हिन्दू
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में पंजाब के सियालकोट जिले में हिन्दुओं को नौकरी व जमीन-जायदाद बचाने के लिए इस्लाम स्वीकार करने को मजबूर किया जा रहा है। 14 मई से 19 मई के बीच 50 से ज्यादा हिन्दुओं के मुसलमान बनने की खबर है। सबसे ज्यादा 35 लोगों ने 14 मई को इस्लाम स्वीकार किया। 14 लोग 17 मई और 8 लोग 19 मई को मजबूरी में मुसलमान बने। ये सभी 57 लोग सियालकोट के पसरूर टाउन के बताए गए हैं। एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार धर्म परिवर्तन करने वाले समूह के एक करीबी रिश्तेदार मंगत राम ने कहा है कि उन लोगों पर उनके मुसलमान मालिकों द्वारा इस्लाम स्वीकार करने का दबाव था। मंगत राम के मुताबिक निका पिंडी गांव में रहने वाले चार हिन्दू भाई हंस राज, कंसराज, मीना/करतार और सरदारी लाल अपने बेटों और भतीजों के साथ कराची में खाने-पीने की चीजें बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम करते थे। जहां वे काम करते थे, उसके मालिक का कहना था कि बिक्री इस वजह से गिरी कि लोग हिन्दुओं के हाथ का बना सामान खरीदना नहीं चाहते थे। वह बिक्री बढ़ाने के दबाव में था। इसी तरह सरदारी लाल और मीना के स्वीट्स शॉप्स मालिक भी दबाव में थे। इसी कारण इन भाइयों के परिवार ने इस्लाम स्वीकार करने का फैसला किया। हालांकि चार भाइयों में से दो हंस और कंसराज अब तक हिन्दू ही हैं। मंगत राम के मुताबिक मुसलमान बनने की वजह यह थी कि ऐसा कर जिंदगी आसान हो जाएगी। कोई उनके साथ भेदभाव नहीं करेगा। धर्म परिवर्तन करने वालों में से एक प्रकाश ने मंगत को बताया कि उसके मुसलमान पड़ोसी उसके साथ दुर्व्यवहार करते थे। तपियाला गांव के 14 लोगों ने इस लिए धर्म बदला कि वे बहुत गरीबी में जी रहे थे। हिन्दू होने के कारण कोई उन्हें काम नहीं देता था।
साभार : नवभारत टाईम्स
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