मधु कोडा की बल्ले बल्ले
सुना था कि जो लोग कोई गुनाह करते है वो जनता की नजर में गिर जाते हैं लेकिन ना जाने क्यों झारखण्ड के लोगों पर ये बात ठीक नहीं बैठती है. मधु कोडा ने 4000 करोड को ऐसे निगला की ईडी उसे निकाल ही नहीं पा रही है. जिसे जेल में होना चाहिए था वो नेता अभी चुनाव प्रचार में व्यस्त है कहते है कि आयकर विभाग मुझे फंसा रही है. जब मधु कोडा को जेल में पेश होना था तो वो चुनाव प्रचार में व्यस्त थे. झारखण्ड की जनता भी बेवकुफ है जिसने मधु कोडा के जमशेदपुर आगमन पर उसे फुल मालाओं से लाद दिया यही नहीं मधु कोडा से मिलने वालों की होड लगी थी हर कोई मधु कोडा से मिलना चाहता था. मेरे मन में एक सवाल उठा ये लोग उनसे इतने क्यों प्रभावित है मेरे बगल वाले व्यक्ति ने कमेंटस किया कि भाई अगर ये नेता जीत गया तो इसकी तो चांदी और उसके चमचे की भी मैने पुछा कैसे भाई कहा कि मनी मेकिंग मशीन जो प्रचार कर रहा है. जीतने के बाद पैसे कैस हजम करना है ये बताने वाला ही साथ बैठा है. तो चिंता किस बात की. चलो भाई एक बात तो साफ है कि मधु कोडा को जितनी शोहरत पैसे ढकारने की मिल रही है अगर वह उस पैसे से विकास की कार्य करते तो उतनी शोहरत नहीं मिलती. क्योंकि जब से झारखण्ड बना है यानि पूरे 9 साल से आज तक झारखण्ड का विकास कोई नहीं कर पाया. कई पार्टियां भी बनी झारखण्ड बनने के बाद जैसे 'झारखण्ड विकास मोर्चा सिर्फ नाम में ही विकास लगा है शायद ये पार्टी कुछ कर दे झारखण्ड का वरना सभी दल तो इसे कुरेद कुरेद कर खाना चाहती है. भाजपा, हो या कांग्रेस भई झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के तो क्या कहने उसकी तो बात ही निराली है. जाते जाते एक तश्वीर आप देख रहे होंगे ये ही है मधु कोडा देख रहे हैं देखने से लगता नहीं की इसे ने झारखण्ड को बर्बाद किया
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें