संघ की बीजेपी को सीख: स्वार्थ छोड़ो, एकता बढ़ाओ
नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बीजेपी की कमान संभालने की पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की अपील के बीच संघ ने स्वयं को राजनीति
और चुनाव से दूर रखने की बात करते हुए शुक्रवार को कहा कि स्वार्थ को छोड़कर भुलाई जा चुकी एकता की आदत फिर से डालनी होगी।
आपसी आरोप-प्रत्यारोपों में उलझी बीजेपी का नाम लिए बिना संघ प्रमुख मोहन भागवत ने यहां कहा, हमें बहुत दिनों से भूली हुई एकता की आदत फिर से डालनी होगी। आगे बढ़ने की नीतियां क्या हैं, यह सबको मालूम है। आगे बढ़ने में स्वार्थ आड़े आता है-यह सबको मालूम है। लेकिन इन नीतियों पर अमल करने की आदत खत्म होती जा रही है। बीजेपी की कमान संभालने की पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण शौरी की अपील का उल्लेख किए बिना उन्होंने विजयदशमी के अवसर पर गणवेशधारी स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा, पूरी दुनिया में संघ सबसे अनुशासित संगठन के रूप में मान्यता प्राप्त है।
बिना चुनाव लड़े ही संघ को समाज के मन का स्वामित्व मिला है लेकिन हमें स्वामित्व नहीं चाहिए बल्कि हम तो सेवक बन का ही खुश है। हमारा प्रयास संगठन को मजबूत बनाने का होना चाहिए। समारोह में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह मौजूद थे जिन्हें बताते हुए शौरी ने संघ से भाजपा की कमान संभालने को कहा था। शौरी, हालांकि, समारोह में नहीं आए।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें