केएस सुदर्शन की भूमिका पर निगाहें
भोपाल: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निवृत्तमान सर संघचालक कुप्पहल्ली सीतारमैया सुदर्शन मध्यप्रदेश से अपने पुराने रिश्ते को फिर से ताजा करेंगे। संघ प्रमुख की सर्वोच्च भूमिका से पांच महीने पहले मुक्त हुए सुदर्शन भोपाल को अपना केंद्र बनाने जा रहे हैं। अपने लिए नई भूमिका वे स्वयं चुनेंगे, लेकिन माना जा रहा है कि देश-विदेश में चल रही संघ की गतिविधियों पर वे यहीं से निगाह रखेंगे। वे 1925 में स्थापित संघ के पांचवें सर संघचालक बने। इस पद से मुक्त होने वाले वे पहले ऐसे बुजुर्ग स्वयंसेवक हैं, जो अपने उत्तराधिकारी मोहन भागवत के सामने स्वस्थ व सक्रिय हैं। इसलिए निवृत्तमान सर संघचालक के रूप में उनकी ताजा भूमिका पर सबकी निगाहें हैं। सूत्रों का कहना है कि संघ परंपरा के अनुसार उनकी नई भूमिका से जुड़े कामकाज की औपचारिक घोषणा नहीं होगी। भोपाल में संघ कार्यालय समिधा उनका नया घर होगा। रुचि के विषय होने के नाते माना जा रहा है कि शैक्षणिक क्षेत्र में सक्रिय संघ के संगठनों, राष्ट्रभाषा और दुनिया के अन्य देशों में संचालित संघ के नेटवर्क से जुड़े काम वे अपने हाथ में लेंगे। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उनके यहां होने से नागपुर और दिल्ली के बाद भोपाल संघ के नक्शे पर एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा और वनवासी अंचलों से लेकर गांवों तक सक्रिय अनुषंगी संगठनों में संघ परिवार के 78 वर्षीय अनुभवी मार्गदर्शक की मौजूदगी नई ऊर्जा पैदा करेगी।
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